चल चलें फ़िर
Good Morning Friends🙏 💐
On our Wedding Anniversary
Sensual pleasures have the fleeting brilliance of a comet; a happy marriage has the tranquility of a lovely sunset. —Ann Landers
Another year to walk and live together the variations & vibrations of life, changing every moment. From loud roars to purrs of a cat, from brilliant shores to the spurs of pitch darkness, from unbound ecstasy to inaudible half slurs the life has rocketed barely permitting time to take half breaths in a game of catch me if you can.
I thank Almighty Gracious Huzoor for sometimes adjusting our sails and at other times trimming the tempests 🙏🙏💐💐
अब अलसाई हर सुबह मेरी
तूने कर दी हैं सुरमई शामें मेरी
हवा के चक्रवात सा जीवन जगह जगह भटक कर अब शांत पवन सा अंधेरों और रौशनी की परतों से आँख मिचौली खेल रहा है कभी कभार आंगन में कपड़े और बगिया की बेलों को हिला देता है
और तू नदिया सी निरंतर शांत बहने लगी है बीच बीच में अब भी समा लेती है छोटे बड़े कई तूफ़ाँ. जिनकी चुप गवाही दे जाते हैं बेतरतीब होते किनारे. हर घड़ी यादें मेरे जगने की प्रतीक्षा में पलकों के पास खड़ी रहती हैं, और मेरी नींदें ख्वाबों में दोहराती रहती हैं वो पल जो मुक़म्मल न हो सके
प्रस्तुत है कविता 'चल चलें फ़िर', कुछ लंबी सी
फ़िर भी ऐसा लगता है कि बहुत कुछ रह गया है कहने को 🙏🏻
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