क्या कहियेगा


 

Comments

  1. सच मे डूबी आपकी रचना अप्रतिम है
    सादर नमन..

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  2. वक़्त ने कई लोगों को क़रीब से देखने का मौका दिया
    कोई न कोई टूटन चुभन दरद है जो दिखाई देती है

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