बेटी - बहन
For Sisters & Daughters
As elsewhere I have read that daughters are like small saplings who are dug up and given to grow and blossom anywhere. They do grow most of the times, but do we know of their daily defeats pains and how they try to keep the small flame of hope alive.........
बेटी / बहन
इक काग़ज़ की नाव सी,
पोखर में, नदी में या नाले में ।
जहाँ भी छोड़ देते हैं,
उतर पड़ती हैं हर हाल में ।
मुड़कर नहीं देखती,
सी लेती है मुँह हर सवाल से ।
नियति अच्छी या बुरी,
उपर उठ जाती है इस खयाल से ।
उसके क़ुछ अरमां औऱ ख्वाब रहे होंगे,
कैसे बताये बुने थे सपनों के ताने बाने उसने ।
और तैयार भी थी लहरों के साथ झूमने को वो,
पर ग़ुम हो गया उसका वज़ूद कैसे भंवर जाल में ।
कितने तूफां है ये ज़िंदगी अपने में समेटे हुए,
नाव की गुस्ताख़ हिम्मत भी समंदर को हैरां किये हुए ।
**** अरविन्द कपूर ****
As elsewhere I have read that daughters are like small saplings who are dug up and given to grow and blossom anywhere. They do grow most of the times, but do we know of their daily defeats pains and how they try to keep the small flame of hope alive.........
बेटी / बहन
इक काग़ज़ की नाव सी,
पोखर में, नदी में या नाले में ।
जहाँ भी छोड़ देते हैं,
उतर पड़ती हैं हर हाल में ।
मुड़कर नहीं देखती,
सी लेती है मुँह हर सवाल से ।
नियति अच्छी या बुरी,
उपर उठ जाती है इस खयाल से ।
उसके क़ुछ अरमां औऱ ख्वाब रहे होंगे,
कैसे बताये बुने थे सपनों के ताने बाने उसने ।
और तैयार भी थी लहरों के साथ झूमने को वो,
पर ग़ुम हो गया उसका वज़ूद कैसे भंवर जाल में ।
कितने तूफां है ये ज़िंदगी अपने में समेटे हुए,
नाव की गुस्ताख़ हिम्मत भी समंदर को हैरां किये हुए ।
**** अरविन्द कपूर ****
Beautiful expression.Highly admirable
ReplyDeleteHeart touching
ReplyDeleteThanks
DeleteEmotions depicted beautifully.
ReplyDeleteHats off to you.
Chowdhury
Thanks Priyatosh
DeleteBeautiful 👍🏻
ReplyDeleteThanks
Delete